उत्तर प्रदेश राज्य विद्युत् उत्पादन निगम लिमिटेड ने प्रदेश के निवासियो के लिए आधुनिक तकनीक पर आधारित ताप विद्युत् परियोजनाओं की स्थापना पर विचार किया है, जिसमे न्यूनतम कोयले की खपत एवं पर्यावरण पर कम से कम प्रभाव हो तथा साथ ही साथ न्यूनतम लागत के साथ बिजली का उत्पादन किया जा सके। वर्तमान में अधुनिक सुपर क्रिटिकल टेक्नोलॉजी के आधार पर मौजूदा स्थापित क्षमता में 3300 मेगावाट की बढ़ोत्तरी की जा रही है। साथ ही एनटीपीसी लिमिटेड एवं एनएलसी इंडिया लिमिटेड के साथ ज्वाइंट वेंचर में 3300 मेगावाट की भी बढ़ोत्तरी की जा रही है। नई बिजली परियोजनाओं के कुल 5565 मेगावाट (जिसमें 2265 मेगावाट की क्षमता ज्वाइंट वेंचर से साझा है) निर्माणाधीन है एवं वित्त वर्ष 2018-22 की अवधि के दौरान शुरू होने की उम्मीद है।
निर्माणाधीन परियोजनाओं का विवरण निम्न है:
क्रम संख्या | परियोजना | स्थान | क्षमता वृद्धि |
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1 | ओबरा "सी" विस्तार | ओबरा, सोनभद्र | 2X660 मेगावाट |
2 | जवाहरपुर | जवाहरपुर, एटा | 2X660 मेगावाट |
3 | पनकी विस्तार | पनकी, कानपुर | 1X660 मेगावाट |
योग | 3300 मेगावाट |
संयुक्त उपक्रम
क्रम संख्या | परियोजना | स्वामित्व | स्थान | क्षमता | यूपीआरवीयूएनएल की क्षमता शेयर |
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1 | मेजा टीपीएस | एनटीपीसी एवं यूपीआरवीयूएनएल | मेजा, इलाहाबाद | 2X660 मेगावाट | 990 मेगावाट (स्थापित क्षमता का 75%) |
2 | घाटमपुर टीपीएस | यूपीआरवीयूएनएल एवं एनएलसी | घाटमपुर, कानपुर | 3X660 मेगावाट | 1275 मेगावाट (स्थापित क्षमता का 64.39%) |
योग | 3300 मेगावाट | 2265 |
यूपीआरवीयूएनएल की कुल भविष्य क्षमता वृद्धि |
5565 मेगावाट |